श्री लड्डू गोपाल जी की आरती: लड्डू गोपाल, जिन्हें बाल गोपाल या बाल कृष्ण भी कहा जाता है, भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप का प्रतीक हैं। उनकी पूजा विशेष रूप से उनकी मासूमियत और उनके बचपन के लीलाओं की स्मृति में की जाती है।
आरती श्री गोपाल जी की कीजे।
अपना जन्म सफल कर लीजे ॥।
श्री यशोदा का परम दुलारा।
बाबा की अखियन का तारा ।।
गोपियन के प्राणों का प्यारा।
इन पर प्राण न्योछावर कीजे ।।
।। आरती ।।
बलदाऊ के छोटो भैय्या ।
कान्हा कहि कहि बोलत मैय्या ।।
परम मुदित मन लेत बलैय्या।
यह छबि नैनन में भरि लीजे।।
।। आरती ।।
श्री राधावर सुघर कन्हैय्या ।
ब्रज जन का नवनीत खवैय्या ।।
देखत ही मन नयन चुरैय्या।
अपना सर्वश्व इनको दीजे ।।
।। आरती ।।
तोतर बोलनि मधुर सुहावे ।
सखन मधुर खेलत सुख पावे ।।
सोई सुकृति जो इनको ध्याये।
अब इनको अपनो करि लीजे ।।
।। आरती ।।
नन्द के आनंद भयो,जय कन्हैया लाल की ॥